WHO ने कहा – मरीजों को मजबूर करना मृत्युदंड जैसा
Israel Palestine Conflict: इज़राईल जल्द ही गाजा पर ज़मीनी हमला करने वाला है। इसके पहले उसने लोगों से गाजा खाली करने के लिए कहा है। अस्पतालों को भी खाली करने की बात कही गई है। इजरायली सेना का कहना है कि वह यहां बमबारी करेगी। दरअसल इज़रायली सेना ने नॉर्थ गाजा में रह रहे लोगों से गाजा की तरफ जाने के लिए कहा है। ऐसे में मरीजों को भी अस्पताल से हटाना है, लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि वह मरीजों को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे और न ही अस्पताल खाली करेंगे। क्योंकि मरीजों को एक जगह से दुसरे जगह ले जाना नामुमकिन है। इन्हें गाजा में ही दूसरे सुरक्षित अस्पतालों में भी जगह नहीं मिल पाएगी, क्योंकि किसी भी अस्पताल में जगह नहीं है। ग़ाजा में 22 अस्पताल हैं और यहां 2000 से ज्यादा मरीज़ भर्ती हैं। गाजा के सबसे बड़े अल्शिफा हॉस्पिटल में 70 पेशेंट्स वेंटिलेटर पर हैं। इजरायली हमले में घायल सैकड़ो लोग भी हर घंटे अस्पताल पहुंच रहे हैं।वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) का कहना है कि ग़ाज़ा के अस्पताल में भर्ती मरीजों को अस्पताल खाली के लिए मजबूर करना मृत्यु दंड जैसा है।
ग़ाजा में 23 लाख की आबादी है जिसमें 47% बच्चे हैं। 17 लाख रिफ्यूजी कैंप में क़याम कर रहे हैं। नुकसान पर नज़र डालने पर भास्कर के मुताबिक़ 64000 से ज़्यादा इमारतें, 90 स्कूल कॉलेज, 18 मस्जिदें, 19 हेल्थ सेंटर, 20 एम्बूलैंस व 11 वाटर प्लांट तबाह व बर्बाद हो चुके हैं।
इज़राईल का कहना है कि वह बड़े हमले से पहले उत्तरी गाजा को खाली कराना चाहता है ताकि लोगों को नुक्सान न पहुंचे। लेकिन इस समय गाजा के रह रहे लोगों के सामने कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि गाजा में रुके तो हमले में मारे जाएंगे और अगर घर छोड़ा तो कहां रहेंगे इसका पता नहीं। ऐसी हालात में कुछ लोगों का कहना है कि वे घर खाली नहीं करेंगे, भले ही जान देनी पड़ी।