एकता और आपसी भाईचारे का संदेश देता है सामुहिक रोज़ा इफ्तार: शाकिर अली

सेवरही के मदरसा दारूल इशाअत के सहन में रोजेदारों की उमड़ी भीड़।

(रजा़ हुसैन क़ादरी)

सेवरही (कुशीनगर): रमजान का पवित्र महीना खुदा की इबादत व बुराई से परहेज का पैगाम देता है। वही रमजान के महीने में एक साथ दस्तरख्वान पर इफ्तार करना बरकत के साथ ही एकता और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन पैगाम देता है। रमजान का महीना परहेजगारी के साथ खुदा की इबादत करने तथा एक दूसरे की मदद व भलाई के लिए मानवता व इन्सानियत का संदेश देता है। उपरोक्त बातें सेवरही के तुलसीनगर वार्ड स्थित मदरसा दारूल इशाअत के परिसर में अराकिने कमेटी के अगुवाई में 26/मार्च/2024 को आयोजित सामुहिक रोजा इफ्तार प्रोग्राम में उपस्थित समाजसेवी शाकिर ने रोजदारों से कहा कि रमजान रहमतों व बरकतों का पवित्र महीना है। इस्लाम मजहब में रमजान के महीने को बेहद मुक्कद्दस व पवित्र माना गया है। वही जनाब अली ने कहा कि रमजान के महीने में सामुहिक रूप से कराये जाने वाले रोजा इफ्तार का बहुत महत्व है।

रोजा इफ्तार के समय में रोजदार एक साथ सफ में बैंठ अजान की सदा बुलन्द होते ही रोजा इफ्तार कर रब का शुक्रिया अदा करते है। रोजा इफ्तार आपसी भाईचारे व एकता को मजबूत बनाने का एक बेहतरीन माध्यम है। सामुहिक रोजा इफ्तार प्रेम सद्वभाव के साथ ही गंगा यमुनी तहजीब की परम्परा को मजबूती प्रदान करता है। इस दौरान कार्यक्रम के आयोजक व अराकीने कमेटी के प्रबन्धक शाकिर अली ने इफ्तार में शिरकत करने वाले तमाम रोजदारों का इस्तकबाल करते हुए सभी का शुक्रिया अदा किया। बाद इफ्तार व नमाज़े मगरिब तमाम रोजेदारों ने मुल्क की सलामती व आपसी भाईचारे की मजबूती की दुआएं कर एक दूसरे को मुबारकबाद दिया। उक्त अवसर पर मुख्य रूप से उस्ताज़ुल हुफ्फाज़ हाफ़िज़ व का़री मोहम्मद जिकरूल्लाह साहब, मौलाना माहताब आलम और साथ ही साथ मदरसा कमेटी के सरपरस्त सफदर हुसैन खान, सगीर अहमद, अशरफ अली, मो0 शमीम, हबीबुल्लाह हाशमी, सिकन्दर अली, सिराजुद्दीन हाशमी, सद्दाम अली, मो0 शकील, डा0 रियान अहमद सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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