भारत: मुसलमानों का सभी त्यौहार अरबी तारीख़ के मुताबिक मनाया जाता है और अरबी तारीख़ की तस्दीक चांद होने के बाद ही होती है। ईद-उल-फितर के बाद मुसलमान बड़ी शौक़ से ईद-उल-अजहा (बकरीद) का इंतजार करते हैं। और अब वह समय भी आ गया कि मुसलमान ख़ुदा के लिए क़ुर्बानी दे कर खुदा के हुक्म पर अमल पैरा हों। 7 जून (29 जिल्काअ्दा) को चांद की शरई सबूत मौसूल होने के बाद भारत का मशहूर इदारा जामिआ अशरफिया मुबारकपूर व बरैली के मरकज़ी दारुल इफ्ता के द्वारा ऐलान किया गया कि 17 जून 24 (सोमवार) को ईद-उल-अजहा की नमाज़ भारत में अदा की जाएगी। जनपद कुशीनगर अंतर्गत पडरौना जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती रज़ाउल मुस्तफा बरकाती मिस्बाही साहब के द्वारा भी पडरौना व अतराफ (आस-पास) के लिए 17 जून को ईद-उल-अजहा के लिए ऐलान किया गया है।
जामिआ अशरफिया का ऐलान, ईद-उल-अजहा 17 को मनाएं मुसलमान
