रज़ा हुसैन क़ादरी
पडरौना (कुशीनगर): आय दिन विजली विभाग की लापरवाहीयों से गर्मी से बीमारियों में बढ़ोत्तरी देखने को मिलता है और विजली नहीं मिलने थोड़ा भी आराम करना दुश्वार हो जाता है। ग्रामीण इलाकों में उपभोक्ताओं के आवाज़ न उठाने की वजह से और ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्यों कि विजली न आने पर अगर उपभोक्ताओं द्वारा ज्ञापन सौंपा जाता या प्रदर्शन किया जाता तो कहीं स्थिति सुधरने में आसानी होती लेकिन ग्रामीणों के पास समय न होने के कारण अपने घर से ही आवाज उठाते हैं। कुछ ही दिन पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने गर्मी में ज्यादा विजली देने हेतु विजली विभाग पर तंज कसा था। लेकिन आज ये हालत है कि 24 में 4 घंटे विजली के लिए भी ग्रामीणों को तरसना पड़ रहा है। कुशीनगर के थाना पडरौना अंतर्गत जंगल शाहपूर (बूढ़न शाह) के इलाक़े में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। लगातार विजली कटौती से लोग बहुत परेशान हैं और तापमान इतना ज्यादा है कि घर मे भी रहा नहीं जाता। 27 जुलाई 2024 (शनिवार) की बात करें तो भोर में 04 बजे आकर सुबह लगभग 06 बजे विजली जाने के बाद पूरा दिन विजली स्थिगित थी और शाम 05 बजे सिर्फ 10 मिनट के लिए विजली मीली और रात में 3 बजे तक विजली का कोई अता-पता नहीं था, और फिर रविवार के भोर में 04 बजे विजली आई। अगर काउंटिंग करें तो इस दिन भी 24 घंटा में 4 घ़टा भी विजली मयस्सर नहीं हुआ। ये हालत है जंगल शाहपूर रौजा का जो पडरौना विजली विभाग में आता है। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री ए०के० शर्मा जी थोड़ा इधर भी नज़र फरमाएं और विजली विभाग के करतूतों में सुधार की कोशिश करें। पूरे-पूरे दिन विजली ग़ायब रहने से लोगों में गुस्सापन दिखा और विजली बिल बनाने वाले पर अपनी गुस्सा निकालने की बात कही गई। ग्रामीणों का ये भी कहना है कि इस भीसड़ गर्मी में 24 में 4 घंटा भी विजली मयस्सर नहीं हो पा रहा है और ऐसा लग रहा है कि ये विजली विभाग वाले उपभोक्ताओं को गर्मी से मार कर ही दम लेंगे। इस दौरान शाहिद अली, अहमद अली, गुड्डू मंसूरी, आलमगीर, अजमेर अली व रजा़ हुसैन के साथ कई उपभोक्ता मौजूद थे।