रज़ा हुसैन क़ादरी
कुशीनगर: नो हेलमेट, नो पेट्रोल से लोगों के अंदर काफी बदलाव नजर आ रहा है, कभी बाबू – भैया कह कर दुसरे का हेलमेट से पेट्रोल ले रहे तो कभी पेट्रोल पम्प संचालकों से बहस करने की खबर मौसूल हो रही है, ज़्यादातर ऐसी मजबूरी इलाकाई (आस-पास के) लोगों को झेलने की ख़बर आ रही है। आज जुम्आ को IYI NEWS INDIA के कैमरे में ऐसी तस्वीर कैद हुई है जो खुद मजबूरी को दर्शा रही है, बता दें कि खिरकिया के समीप मौजूद (HP) हिंदुस्तान पेट्रोलियम बांसी रोड सोहरौना , पडरौना कुशीनगर पर ये साफ देखा गया कि एक बूढ़े शख्स पेट्रोल लेने के लिए बिना हेलमेट के आए तो पेट्रोल कर्मी ने उन्हें साफ मना कर दिया और कहा कि कहीं से भी हेलमेट ले के आइए तभी पेट्रोल मिलेगा, कुछ देर इंतजार के बाद बूढ़े शख्स ने दुसरे से हेलमेट मांगकर आनन – फानन में हेलमेट को अपने सर पर उल्टा ही लटका दिया ताकि पेट्रोल मिल सके।

ये तस्वीर इलाकाई लोगों की मजबूरियां दर्शा रही है कि लोग भले ही आस-पास के हों लेकिन पेट्रोल लेना है तो हेलमेट ज़रूर चाहिए। इसके आगे देखा गया कि बड़ी शांति से बग़ैर हेलमेट वाले लोग वापस चलते बने क्योंकि पेट्रोल पंप पर पोस्टर लगा दिख भी रहा है नो हेलमेट, नो पेट्रोल। आइंदा सभी लोग ख्याल रखें कि सिर्फ पेट्रोल ही लेने के लिए नहीं बल्कि हेलमेट सुरक्षा की नियत से पहनने की कोशिश करें ताकि अचानक कोई दुर्घटना या हल्के चोट आने के कगार पर हम अपने-आप को सुरक्षित महसूस करें।
कब से शुरू हुआ नो हेलमेट नो पेट्रोल?
दरअसल 23 जनवरी को पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने कैंप कार्यालय में जाकर एसपी राजीव नारायण मिश्र से मुलाकात की और हेलमेट व सीट बेल्ट का प्रयोग न करने वालों को पेट्रोल न देने की सहमति पत्र दिया। साथ ही पंपों की सुरक्षा व्यवस्था की मांग रखी, जिस पर उन्होंने सुरक्षा का भरोसा दिया। इसके पहले एसपी ने पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों/पेट्रोल पंप संचालकों से हेलमेट व सीट बेल्ट न लगाने वालों को पेट्रोल व डीजल न देने के लिए वार्ता की थी। तय हुआ कि सभी संचालक अपने-अपने पेट्रोल पंपों पर हेलमेट नहीं तो पेट्रोल नहीं व सीट बेल्ट नहीं तो ईंधन नहीं का बैनर लगाकर आमजन को जागरुक करेंगें। साथ ही सीसीटीवी कैमरा क्रियाशील रखेंगे, ताकि निगरानी रखने में सुविधा रहे। कैश बाक्स वाले स्थान पर लोहे का ग्रिल लगाने का आदेश दिया गया।