रज़ा हुसैन क़ादरी
कुशीनगर: इस्लाम एक ऐसा दीन है जो हमेशा इल्म सीखने के लिए प्रेरित करता है और इसके तअ़ल्लुक़ से ह़दीस शरीफ भी है कि “हर मुसलमान मर्द व औरत पर इल्मे दीन सीखना फ़र्ज़ है।” इस से साफ वाज़िह तौर पर मालूम होता है कि मर्द व औ़रत को इस्लामी तालीम ले कर अपनी जिंदगी व आख़िरत को संवारने का काम करना चाहिए। इसी पर अ़मल करते हुए हर जगह मदरसा में दाख़िला ले कर क़ुरआन पाक व हदीस शरीफ़ सीखने, पढ़ने व अ़मल करने का सिलसिला जारी रहता है। बता दें कि ऐसे ही दीन के ख़ादिमों ने कुछ साल पहले पडरौना के क़रीब खिरियाटोला में एक मदरसा (मदरसा फैज़ाने औलिया) क़ायम कर उसमें हिफ्ज़ की पढ़ाई शुरू कर दिया। अब नतीजा ऐसा है पिछले साल 9 बच्चों के सरों पे दस्तार बांध कर दीन की जिम्मेदारी सौंपी गई व आज 17 मई 2025 दिन शनिवार को फैज़ाने औलिया कान्फ्रेंस में अब 5 बच्चों के सरों पे दस्तार बांध कर दीन की जिम्मेदारी सौंपी जानी है। जिसमें हाफ़िज़ ग़ुलाम ग़ौस पुत्र ज़ाकिर हुसैन मिश्रौली, हाफ़िज़ अब्दुल क़ुद्दूस पुत्र मु० ह़नीफ देवरिया, हाफ़िज़ शहबाज़ आलम पुत्र अहमद रज़ा बरवां बिहार, हाफ़िज़ अरशद रज़ा पुत्र मेराज आलम गया बिहार, हाफ़िज़ फैज़ान रज़ा पुत्र मु० ह़नीफ खिरिया टोला शामिल हैं। मदरसा में दर्स दे रहे हाफ़िज़ व क़ारी इश्तेयाक़ अहमद सुब्हानी व हाफ़िज़ व क़ारी मौलाना अज़हरुद्दीन अमजदी ने बताया कि ये प्रोग्राम अल्हाज अश्शाह मौलाना सैय्यद लईक़ अहमद क़ादरी की सरपरस्ती व मौलाना ख़ुश मुहम्मद कनक पिपरा की सदारत में हो रहा है व खास मेहमान पीरे तरीक़त मुफ्ती सैफुल्लाह अ़लीमी कोलकाता व मुहम्मद राशिद रज़ा मरकज़ी बरेली से तशरीफ़ ला रहे हैं। प्रोग्राम कि नेज़ामत की बाग़डोर ह़ाफिज़ व क़ारी ग़ुलाम मुर्तजा शम्सी के हाथ है। जिसमें पडरौना जामा मस्जिद के ख़तीब व इमाम मुफ्ती रज़ाउल मुस्तफा मिस्बाही़ बरकाती, बुलबुले पडरौना क़ारी शकील अहमद निज़ामी, मौलाना कमरुद्दीन बसहिंया, मौलाना हसनैन रज़ा, मौलाना सुलैमान कौसर मिस्बाही़ , मौलाना अब्दुल्लाह मिस्बाही़, मौलाना तौक़ीर अहमद बरकाती, हाफ़िज़ जलालुद्दीन अमजदी, हाफ़िज़ ग़ुलाम मुस्तफा अमजदी, हाफ़िज़ शर्फुद्दीन अमजदी व मोअज़्ज़िन हाफ़िज़ इफ्तिखार के साथ इलाक़े में सिक्का जमाए हुए ओ़लमा व शोअ़रा के अ़लावा तमाम अइम्म-ए मसाजिद की तशरीफ़ आवरी हो रही है। कमेटी के अराकीन के तरफ़ से अवाम को ज्यादा तादाद में पहुंच कर हौसला बढ़ाने व नसीह़त पाने की अपील की गई है।