कुशीनगर: पडरौना के अंतर्गत रौज़ा जामा मस्जिद (दरगाह बूढन शाह) में ख़ेताब करते हुए मौलाना निज़ामुद्दीन निज़ामी ने कहा कि आज का मुसलमान सबसे कमज़ोर व बेबस नज़र आता है क्योंकि शिक्षा पर ज़ोर नहीं देता। आज के ज़माने में ज़्यादातर मुसलमानों के पास न नमाज़ की पाबंदी है, न कुरआन की तिलावत है, न हदीस की समझ है, क़ुरआन मस्जिद व मदरसा के ताक़ या घर पर रखा हुआ है लेकिन आज उसको पढ़ने की या समझने की फुर्सत नहीं और यही वजह है कि मुसलमान सबसे पीछे नज़र आ रहा है। मुसलमानों को चाहिए कि अपना ताअ्लीमी मीआर मज़बूत करें और अपनी दुनिया व आख़िरत को संवारने के लिए नमाज़ की पाबंदी, क़ुरआन पाक की तिलावत अवश्य करें। साथ ही बता दें कि अगर ऐसी ही जेहालत रही तो एक वक्त आएगा कि मरने के बाद भी तिलावत के लिए तरसना होगा। बादहू नमाज़ अपने देश व दुनिया में इंसानों की इंसानियत व मुसलमानों की हिफाज़त व आपसी भाईचारा क़ायम रहने की दुआ की।
रौज़ा जामा मस्जिद में गरजे़ इमाम, सबसे कमज़ोर दिख रहा मुसलमान
