कुशीनगर: जनपद के तमकुही राज अंतर्गत मदरसा ग़रीब नवाज़ इमदादुल उलूम लोकापट्टी (परसौनी बुजुर्ग) में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रोग्राम में ख़ास मेहमान बनकर आये ग्राम प्रधान डॉ० उदयनारायण गुप्ता (पूर्व ब्लाक प्रमुख) के हाथों झंडा रोहण किया गया। झंडा रोहण बाद मदरसा विद्यार्थियों ने राष्ट्रगान पढ़ा व स्वागत गीत गा कर मेहमानों की स्वागत किया। बादहू डॉ० उदयनारायण गुप्ता ने गणतंत्र दिवस के मौक़ा पर स्पीच देते हुए कहा कि ” आज़ादी से पहले हमारा देश गुलाम था तो उसके पहले अंग्रेजों द्वारा थोपे गए कानून हमारे ऊपर लागू थे और उसी के अंतर्गत हम सभी को इस देश में रहना पड़ता था। लेकिन जब हमारा देश आजाद हुआ तो उसके बाद से डॉ० भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई और हमारा संविधान लगभग 3 सालों में तैयार होकर 26 जनवरी 1950 को पूरी तरह से हमारा संविधान लागू हुआ और हमें मौलिक अधिकार मिला। तब से हम लगातार इसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। आप सभी जानते हैं कि उसके पहले की स्थिति क्या रही? इस संविधान के अंतर्गत ही हम और आप सभी रहते हैं लेकिन आज की स्थिति क्या है? इसको भी जिम्मेदार लोगों को समझना चाहिए कि कहीं ना कहीं अगर कोई संविधान को समाप्त कर रहा है लोकतंत्र की हत्या कर रहा है तो ऐसे लोगों को नकारने की जरूरत है। कैसे महापुरुषों ने देश को आजादी दिलाई उसके बाद से संविधान लागू किया। संविधान को कुछ लोग नहीं मानते हैं हम लोग तो मानने वाले हैं। गणतंत्र का मतलब है कि सभी वर्गों को समान रूप से एक समाजवादी सोच के साथ हिंदू-मुस्लिम सिख-इसाई हम सभी को साथ में लेकर चलना है। और हमें भी प्रण करना चाहिए कि संविधान या लोकतंत्र या इस देश पर अगर कोई आंच आएगी तो हम नष्ट नहीं होने देंगे। इस देश पर कोई आंच नहीं आने देंगे”। इसके बाद मो० अरमान रज़ा ने “फिदा कर दो तुम अपनी जान वतन को गर ज़रूरत हो, लुटा दो धन कटा दो सर वतन को गर ज़रूरत हो,, तभी तो हर मुसलमां ने यही दिल से पुकारा है, ये हिंदुस्तां ये हिंदुस्तां ये हिंदुस्तां हमारा है ” पढ़ कर सबके दिलो को जीता व जम्हूरियत का पैग़ाम दिया। बाद में छोटे व बड़े मदरसा विद्यार्थियों ने इंग्लिश स्पीच व देशभक्ति गीत गा कर लोगों को संबोधित किया। मास्टर करामत अली ने मदरसा के विद्यार्थियों व स्टॉफ की सराहना करते हुए कहा कि बहुत मुबारकबाद हैं वो लोग जो पिछड़े हुए समाज को आगे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं और हम सभी को इस मुख्य काम में शामिल कर रहे हैं हम उम्मीद करते हैं कि एकदिन ज़रूर बेहतर रिजल्ट मिलेगा। अख़ीर में मदरसा ग़रीब नवाज़ इमदादुल उलूम में हिफ्ज़ की दर्स (क्लास) कि जिम्मेदारी निभा रहे हाफ़िज़ रज़ा हुसैन क़ादरी ने सबको संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को भारतीय संविधान ज़रूर पढ़ना चाहिए। हम संविधान को पढ़ें और अपने अधिकार को जानकर भारत में शान से रहें क्योंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य के रुप में जाना जाता है सभी को अपने-अपने धर्मों की प्रचार प्रसार का अधिकार है और यही भारत की ख़ूबसूरती है। अपने देश भारत की सेवा करें और बिना भेदभाव किए सामाजिक कार्य करते रहें। इस प्रोग्राम में मदरसा हाज़ा के मैनेजर मक़बूल अहमद व प्रिंसिपल मौलाना मंजूर निजा़मी, मास्टर अब्दुल मजीद, मास्टर करामत अली, कुतुबुद्दीन अली, रामानंद गुप्ता, मुस्तकीम बाबा, रफीक़ मियां, नूर आलम, धनंजय गिरी, अलाउद्दीन अली व मदरसा विद्यार्थियों के साथ दीगर इलाक़े के लोग मौजूद रहे।
संविधान, लोकतंत्र या इस देश पर कोई आंच नहीं आने देंगे: उदयनारायण गुप्ता

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