सिर्फ बेटी की खुशी के लिए मनाया बर्थ-डे

रज़ा हुसैन क़ादरी

बिहार: आम तौर पे लोग फादर्स -डे, मदर्स-डे, एनिवर्सरी -डे, टिचर्स-डे व बर्थ-डे‌ को बड़ी धूमधाम से मना कर प्यार ज़ाहिर करते हैं और मुबारकबाद पेश कर लोगों में उत्साह पैदा करते है। हाल ही में गुज़रे शिक्षक दिवस के मौक़ा पर विद्यार्थियों ने अपने – अपने शिक्षक (उस्ताज़) को तोहफा पेश कर लोगों में अपना प्यार जताया है। और जब भी कोई अवसर या दिवस आता है तो तोहफा पेश कर लोग एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं और मिठाइयां बांट कर प्रसन्नता महसूस करते हैं। बता दें कि एक पिता के लिए सबसे बड़ी खुशी औलाद होते हैं और इसी औलाद में से कुछ मेहनत के बिना पर कामयाबी हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रौशन करते हैं तो वहीं कुछ ऐसे औलाद मिलते हैं जो अपने मां – बाप की इज्जत व आबरू की ख्याल नहीं करते हैं और पैरेंट्स के बातों को नहीं मानते हैं और उनकी इज्जत में दाग़ लगाने का काम करते हैं। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के अंतर्गत आने वाले थाना ठकराहां के निवासी मुहम्मद चांद ने बताया कि 9 सितंबर को हमारी छोटी लड़की की पैदाइश हुई। हर पिता अपनी औलाद की खुशी के लिए कुछ भी करने व सहने की क्षमता रखता है। हमारा कोई इरादा नहीं था लेकिन बेटी की ज़िद पर उसकी ख़ुशी के लिए बर्थ-डे सेलिब्रेशन का इंतजाम करना पड़ा। 09/सितंबर/2024 की शाम को यौमे पैदाइश के मौक़ा पर पड़ोसी व कुछ गांव के अज़ीज़ (प्रिय) साथियों को बुला कर पैदाइश की मुबारकबाद (Happy Birthday) कहा गया और तोहफ़ा पेश किए ग‌ए। पिता ने ये भी बताया कि बेटा या बेटी की खुशी के लिए कोई भी बात का इंकार करना गवारा नहीं होता। इस बात से औलाद (बेटा-बेटी) को भी चाहिए कि अपने माता-पिता की बातों की आदर करें और पैरेंट्स का नाम रौशन करने का काम करें। उक्त अवसर पर मुहम्मद चांद, आरिफ रज़ा, शफीअ् आ़लम, ज़ीशान रज़ा आदि प्रिय लोग मौजूद रहे।

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